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Showing posts from January, 2021

Burn treatment जलने पर उपचार

जलने पर उपचार  Burn treatment   उपचार - 1:Treatment - 1: तारपीन का तेल और कपूर को बराबर मात्रा में लेकर मिलाये, इस मिश्रण का लेप जले हुए स्थान पर करे, शीघ्र ही जलन में राहत मिलेगी Mix turpentine oil and camphor in equal quantity, apply this mixture on the burnt area, it will soon relieve the burning sensation. उपचार - 2:Treatment - 2: आलुओ को कूटकर, पीसकर लुगदी बना ले, इस लुगदी को जले हुए स्थान पर लेप करे, जलन शीघ्र ही शांत होगी Grind the aluo, grind and make a pulp, apply this pulp on the burnt place, the burning sensation will soon be calm. उपचार - 3:Treatment - 3: जले हुए स्थान पर, तुरंत शहद का लेप करे, जलन में शीघ्र ही राहत मिलेगी Apply the honey immediately on the burnt area, it will provide relief in burning sensation soon. उपचार - 4:Treatment - 4: जलने के सफ़ेद दाग होने पर, रुई को शहद में भिगो कर सफ़ेद दाग के स्थान पर बांधे, कुछ दिनों तक प्रतिदिन ऐसा करने से दाग दूर हो जाएंगे और त्वचा सामान्य हो जायेगी After burning white stains, soak cotton in honey and tie it in place o...

ग्रीवा परक कैंसर / Cervical cancer

कौन सी महिला पर ग्रीवापरक कैंसर का खतरा बना रहता है?  Which woman is at risk of cervical cancer? जिन महिलाओं को ग्रीवा परक कैंसर का खतरा रहता है वे हैं (1) जिनके सम्भोग के कई साथी होते हैं (2) जो किशोरावस्था या बीस वर्ष की कम आयु से यौनपरक सम्भोग शुरू कर देती हैं। (3) जिनकी जननेन्द्रिय पर मस्से रह चुके हों या यौन सम्बन्धों से फैलने वाले संक्रामक रोगों से लम्बे समय से ग्रस्त हों। Women who are at risk of cervical cancer are (1) who have multiple mating partners (2) who begin sexual intercourse from the early teens or early twenties. (3) Those who have had warts on their genitals or are suffering from infectious diseases spread for a long time. ग्रीवापरक कैंसर के लक्षण क्या हैं? /  What are the symptoms of cervical cancer? प्रारम्भिक स्थिति में, ग्रीवापरक कैंसर के कोई लक्षण दिखाई नहीं देते। लक्षण तब दिखते हैं जब कैंसर के सैल आसपास की कोशिकाओं में घुसना शुरू कर देते हैं। सबसे सामान्य लक्षण हैं- असामान्य स्राव। नियमित माहवारी पीरियडस के बीच रक्तस्राव शुरू हो सकता है या खत्म हो सकत...

प्रसव पीड़ा / pain during pregnancy

प्रत्येक विवाहित स्त्री मां बनने को लालायित रहती है, अपितु उसे प्रसव के समय अपार कष्ट एवं परेशानियां भोगनी पड़ती हैं| कभी-कभी किन्हीं कारणवश स्त्री, बच्चे अथवा दोनों की जान जोखिम में पड़ जाती है| ऐसी स्थिति में विशेष रूप से ध्यान दिए जाने की आवश्यकता रहती है| Every married woman is eager to become a mother, but she has to suffer immense troubles and troubles at the time of delivery. Sometimes the life of a woman, child or both is put at risk due to some reason. In this situation, special attention is required. कारण /  reason बच्चा गर्भाशय के बाहर सरलता से नहीं आता, बल्कि माता को बहुत कष्ट सहन करना पड़ता है| माता दर्द के कारण तड़प जाती है| आजकल तो स्त्रियां शारीरिक परिश्रम बहुत कम करती हैं, इसलिए वे बच्चे जनते समय अधमरी हो जाती हैं| कहा जाता है कि बच्चा जनने में स्त्री का दूसरा जन्म होता है| वर्तमान युग में ऐसी बहुत-सी दवाइयों तथा नुस्खों की खोज हो गई है जिनके सेवन से माता का प्रसव पीड़ा नहीं भोगनी पड़ती| The baby does not come out of the uterus easily, but the mother has to bear a ...

स्‍वप्‍नदोष / Nightmare

स्त्रियां भी होती है स्‍वप्‍नदोष की शिकार /  Women are also victims of dreaming पुरुष खासकर युवा अक्‍सर स्‍वप्‍नदोष का शिकार हो जाते हैं। स्‍वप्‍नदोष वह अवस्‍था है, जिसमें सोते-सोते अचानक पुरुष के लिंग से वीर्य निकल आता है। उनके कपड़े गीले हो जाते हैं। बिस्‍तर तक पर सफेद धब्‍बे पड जाते हैं और सुबह उठने पर किशोर इसकी वजह से शर्मिंदगी महसूस करते हैं। शायद यही वजह है कि भारतीय समाज ने इसे स्‍वप्‍नदोष नाम दिया जबकि पश्चिम में इसे किसी तरह का दोष नहीं माना जाता, बल्कि वहां तो इसे वेट ड्रीम (wet dreams) कहा जाता है जो ज्‍यादा उचित शब्‍द है। Men, especially young people, often fall prey to dream. Swapnadosh is the stage in which semen suddenly comes out of the penis of a man while sleeping. Their clothes get wet. White spots fall on the bed and the teenagers feel embarrassed because of it when they wake up in the morning. Perhaps this is the reason why Indian society has given it the name Swapnadosh, whereas in the West it is not considered any kind of fault, but there it is called wet dr...

योनि संकोचन/Vaginal shrinkage

योनि संकोचन/ Vaginal shrinkage पति सहवास में अति करने, अप्राकृतिक एवं असुविधापूर्ण आसनों में अति वेग के साथ सहवास करने, अति प्रसव करने और शरीर के कमजोर एवं शिथिल होने के कारण स्त्रियों का योनि मार्ग ढीला, पोला और विस्तीर्ण हो जाता है, जिससे सहवास करते समय सुख एवं आनन्द की अनुभूति नहीं होती। Due to excessive sexual intercourse, coitus with excessive velocity in unnatural and unconstrained asanas, excessive childbirth and weak and relaxed body, the vaginal passage of women becomes loose, puffy and enlarged, due to which pleasure and pleasure during coitus Does not feel ऐसी स्थिति में प्रायः पति लोग सहवास क्रिया में रुचि नहीं ले पाते और कोई-कोई पति परस्त्रीगमन की ओर उन्मुख हो जाते हैं। विलासी एवं रसिक स्वभाव के पति घर की सुन्दर नौकरानियों से ही यौन संबंध कायम कर लेते हैं। इस व्याधि को दूर करने के लिए निम्नलिखित उपाय उपयोगी एवं कारामद सिद्ध हुए हैं। In such a situation, often the husband is not able to take interest in sexual activity and some husband gets oriented towards adultery. Luxuri...

अण्डकोष की पुष्टि/Testicle confirmation

अण्डकोष की पुष्टि/ Testicle confirmation अण्डकोष की पुष्टि क्या होती है?/What is testicle confirmation? अण्डकोष के अन्दर या ऊपर जब सूजन हो जाती है या कुछ उग आता है तो उसे अण्डकोष की पुष्टि कहते हैं यह सख्त भी हो सकती है और तरल भी। When there is swelling or something inside or above the testicle, it is called confirmation of testicle, it can be hard and also liquid. अण्डकोष की पुष्टि में क्या कैंसर की सम्भावना रहती है?/Is there a possibility of cancer in the testicles? अण्डकोष मे उग आने वाले पदार्थ अधिकतर कैंसर के नहीं होते। Most of the substances that grow in the testicles are not cancerous. अण्डकोष की पुष्टि के लक्षण क्या हैं?/ What are the symptoms of testicular confirmation? अण्डकोष की पुष्टि के निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं/Confirmation of testicles may have the following symptoms:-  (1) अण्डकोष की पुष्टि में अधिकतर औरतों को किन्हीं लक्षणों की अनुभूति नहीं होती, विशेषकर अगर वे छोटे हों। (2) कुछ पुटियां बड़ी हो जाती हैं तो हो सकता है कि उदर में सूजन पैदा करें। (3) पुष्टि कहां पर ...