कंधे में दर्द (Shoulder pain)
कंधे में दर्द होने का लक्षण:-Symptoms of shoulder pain:-
इस रोग के कारण रोगी व्यक्ति के कंधे में दर्द होता है तथा उसका कंधा सुन्न पड़ जाता है। रोगी को कंधे में अकड़न भी होने लगती है और जब दर्द तेज हो जाता है तो रोगी व्यक्ति को नींद भी नहीं आती है।
Due to this disease, there is pain in the shoulder of the patient and his shoulder becomes numb. The patient also starts having stiffness in the shoulder and when the pain intensifies, the patient cannot even sleep.
कंधे में दर्द होने का कारण:-Causes of shoulder pain:-
कंधे के जोड़ तथा इसकी संरचनाओं का तन्त्रिका वितरण मुख्य रूप में पांचवी ग्रीवा-मूल के माध्यम से होता है जो ग्रीवा-कशेरुका से निकलती है। यह कंधे की जड़ तथा ऊपरी बांह के ऊपर फैली हुई त्रिकोणिका मांसपेशी के क्षेत्र में निहित होती है इसलिए अधिकतर इसमें दर्द महसूस होता रहता है।
The nerve distribution of the shoulder joint and its structures is mainly through the fifth cervical root which originates from the cervical vertebrae. It lies in the root of the shoulder and in the region of the triceps muscle that extends above the upper arm, so most of the pain is felt in it.
कंधे में दर्द होने पर प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार:-Naturopathy treatment for shoulder pain:-
- कंधे के दर्द को ठीक करने के लिए रोगी व्यक्ति को सबसे पहले अपने कंधे की मालिश करानी चाहिए तथा गर्म व ठंडी सिंकाई करवानी चाहिए ताकि यदि कंधे के पास की रक्त कोशिकाओं में रक्त जम गया हो तो उस स्थान पर रक्त का संचारण हो सके। इसके फलस्वरूप कंधे का दर्द ठीक हो जाता है।
- To cure shoulder pain, the patient should first massage his shoulder and get hot and cold compresses so that if the blood has accumulated in the blood cells near the shoulder, then the blood can circulate to that place. As a result, shoulder pain gets cured.
- रोगी के कंधे के दर्द से प्रभावित भाग को सूर्य की किरणों के पास करके सिंकाई करनी चाहिए क्योंकि सूर्य की पराबैंगनी किरणों में दर्द को ठीक करने की शक्ति होती है। फिर रोगी व्यक्ति को कंधे पर ठंडी सिंकाई करनी चाहिए तथा इसके बाद उस पर मिट्टी की पट्टी का लेप करना चाहिए। इसके फलस्वरूप कंधे के दर्द का रोग ठीक हो जाता है।
- The affected part of the patient's shoulder should be irrigated near the sun's rays because the ultraviolet rays of the sun have the power to cure the pain. Then the patient should apply cold compress on the shoulder and after that the earthen bandage should be applied on it. As a result, the disease of shoulder pain is cured.
- रोगी व्यक्ति को रात के समय में कम से कम 1 घण्टे तक ठंडा लेप कंधे पर करना चाहिए। इसके फलस्वरूप कंधे का दर्द तथा अकड़न ठीक हो जाती है।
- The patient should apply cold paste on the shoulder for at least 1 hour at night time. As a result, shoulder pain and stiffness are cured.
- इस रोग को ठीक करने के लिए रोगी व्यक्ति को सुबह के समय में व्यायाम करने से लाभ होता है।
- To cure this disease, the patient is benefited by exercising in the morning time.
- इस रोग से पीड़ित रोगी को मांस, मछली तथा अन्य मांसाहारी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
- The patient suffering from this disease should not consume meat, fish and other non-vegetarian things.
जानकारी-Information-
इस प्रकार से प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार करने से रोगी व्यक्ति का कंधे का दर्द ठीक हो जाता है।
In this way, by treating with naturopathy, the shoulder pain of the patient gets cured.
Dr. Manoj Bhai Rathore
Ayurveda Doctor
Email id:life.panelbox@gmail.com
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