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कान में दर्द के घरेलू उपाय Home remedies for ear pain

 कान में दर्द के घरेलू उपाय Home remedies for ear pain


कान में दर्द बहुत परेशान करता है। कभी कभी इसके चलते सिर दर्द भी होता और जबड़े में भी दर्द होने लगता है। कानों में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे सर्दी, कानों में किसी तरह की चोट, नाक की नली में रुकावट आदि।

Ear ache is very irritating. Sometimes it causes headache and pain in the jaw. There can be many reasons for ear pain such as a cold, any injury to the ears, blockage in the nose pipe, etc.

लेकिन इसके होने का मुख्य कारण कानों में संक्रमण होता है। कान का दर्द ख़ासकर बच्चों और बुज़ुर्गो में ज्यादा देखने को मिलता है।

But the main reason for this is ear infection. Ear pain is more commonly seen in children and elderly people.

कुछ लोगों को तो आनुवांशिक कारणों के चलते कान में दर्द रहता है। अगर आपको भी यह समस्या है तो ज्यादा परेशान होने की ज़रूरत नहीं है। घरेलू उपचार द्वारा इस समस्या को दूर किया जा सकता है।

Some people have ear pain due to genetic reasons. If you also have this problem, do not worry too much. This problem can be overcome by home remedies.

 

कान के दर्द के उपाय करें अदरक से Remedy for earache with ginger


अदरक में सूजन को कम करने वाले गुण मौजूद होते हैं। यह कानों के संक्रमण को ठीक करने में सहायक होते हैं। साथ ही यह प्राकृतिक दर्द निवारक भी है।

Ginger has inflammation-reducing properties. These are helpful in curing ear infections. It is also a natural pain reliever.

ताजे अदरक के टुकड़े से रस निकालकर अपने कानों में डालें। इससे कानों का दर्द और सूजन दोनों दूर होते हैं।

Remove the juice from a piece of fresh ginger and put it in your ears. It ends both ear pain and swelling.

या एक बड़े चम्मच में जैतून का तेल लें, उसमें थोड़ा सा मैश किया हुआ अदरक डालें। इस तेल को गैस की आँच पर गर्म करें। हल्का सा ठंडा होने के बाद, इस तेल की कुछ बूंदे कानों में डालें।

Or take olive oil in a tablespoon, add some mashed ginger to it. Heat this oil on a gas flame. After cooling down a little, pour a few drops of this oil into the ears.

 


कान का दर्द के उपाय है लहसुन Garlic is a remedy for earache

लहसुन में दर्द को हटाने वाले गुण मौजूद होते हैं। इसलिए कानों के संक्रमण को ठीक करने के लिए, लहसुन भी एक अच्छा घरेलू उपचार है।

Garlic has pain-relieving properties. So to cure ear infections, garlic is also a good home remedy.

इसे बनाने और इस्तेमाल करने का तरीका -How to make and use it

तिल के तेल में लहसुन के छोटे छोटे टुकड़े डालकर गर्म करें।
इस तेल को ठंडा करके छान लें। (और पढ़ें - लहसुन खाने का फायदा)
इस तेल की 2 से 3 बूंदे जिस कान में दर्द हो रहा है उस कान में डाल दें।
यदि आप चाहें तो लहसुन की कलियों का रस निकालकर भी कानों में डाल सकते हैं।

Put small pieces of garlic in sesame oil and heat it.

Cool and filter this oil. (Read more - Benefits of eating garlic)

Put 2 to 3 drops of this oil in the ear where it is painful.

If you wish, you can also extract the juice of garlic buds and put them in the ears.

 


कान के दर्द से छुटकारा दिलाता है जैतून का तेल Olive oil relieves ear pain

जैतून का तेल आपको बहुत जल्द कान के दर्द से राहत दिलाता है। यह एक तरह का लुब्रिकेंट है जो कानों के संक्रमण को दूर करने में मदद करता है। यहां तक कि जैतून का तेल कानों के अंदर आने वाली भीन भीनाहट वाली आवाज़ को भी दूर करता है। इसके लिए, गुनगुने तेल की तीन से चार बूंदे कानों में डालें।

Olive oil gives you relief from earache very soon. It is a type of lubricant that helps in removing ear infections. Even olive oil removes the rumbling sound inside the ears. For this, put three to four drops of lukewarm oil in the ears.

 

कान के दर्द का घरेलू नुक्सा है नमक
यह सबसे आसान घरेलू उपचार है, क्योकि यह हर घर में मौजूद होता है।

Salt is a domestic remedy for ear pain

It is the easiest home remedy, as it is present in every household.

इसे बनाने और इस्तेमाल करने का तरीका -How to make and use it

थोड़ा सा नमक लेकर उसे कढ़ाई में गर्म करें, उसे चम्मच की सहायता से हिलाते रहें नहीं तो वो जल जाएगा।
अब इसे एक कपड़े में लें और पोटली बाँध लें। इस पोटली को अपने कानों पर लगाएं।
इस नमक से जो गर्मी निकलेगी, उससे आपके कानों की सिकाई होगी।

Heat it in a pan with a little salt, keep stirring it with the help of a spoon, otherwise it will burn.

Now take it in a cloth and tie the bundle. Apply this bundle on your ears.

The heat that comes out of this salt will help your ears grow.

 


कान के दर्द का घरेलू उपाय है गरम पानी की बोतल Hot water bottle is the home remedy for earache

कानों को सेक देने के लिए आप गर्म पानी की बोतल भी इस्तेमाल कर सकते हैं। यह उपाय भी दर्द दूर करने में मदद करता है।

इसके लिए आपको ज़्यादा कुछ नही करना है, बस गर्म पानी बोतल में डालें, उसे तौलिए की सहायता से लपेटें।
अब जो कान दर्द कर रहा है, उसके उपर रखें।

You can also use a hot water bottle to compress the ears. This remedy also helps to relieve pain.


For this you do not have to do much, just pour hot water into the bottle, wrap it with the help of towels.

Now the one who is hurting the ear, place it on top of it.

 


कान दर्द का घरेलू नुस्ख़ा है पुदीने की पत्तियां 
Mint leaves are a home remedy for ear pain

आप शायद नहीं जानते होंगे, लेकिन पुदीने की पत्तियां भी कानों में होने वाले दर्द से राहत दिलाती है।

You might not know, but mint leaves also provide relief from pain in the ears.

ताजी पत्तियों का रस निकाल कर उसे किसी भी ड्रॉप वाली बोतल में भर लें। अब कुछ बूंदे, जिस कान में दर्द हो रहा है उसमें डालें।
रूई के टुकड़े की सहायता से कुछ तेल कान के खुले हिस्से में भी डालें।

Remove the juice of fresh leaves and fill it in any drop bottle. Now put a few drops in the ear that is hurting.

With the help of a piece of cotton, pour some oil into the open part of the ear.

इन घरेलू उपचारों के इस्तेमाल से आप अपने कानों में होने वाले दर्द से राहत पा सकते हैं। यदि इन घरेलू उपचारों को इस्तेमाल करने पर भी आपको राहत नहीं मिल रही है तो आपको बिना देर किए चिकित्सक को दिखाना चाहिए।

By using these home remedies, you can get relief from pain in your ears. If you are not getting relief even after using these home remedies then you should see a doctor without delay.



Dr.Manoj Bhai Rathore 
Ayurveda doctor
Email id:life.panelbox@gmail.com
क्या करे क्या न करे(स्वास्थ्य सुझाव)What to do, what not to do (health tips)
Self site:-see you again search आप फिर से खोज देखें
 yourselfhealthtips.blogspot.com

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5. शरीर को स्वस्थ और शक्तिशाली बनाने के लिए शुद्ध आहार की जानकारी बहुत ही जरूरी है, क्योंकि इस जानकारी से आप असाध्य से असाध्य रोग को जड़ से समाप्त कर शरीर को पूर्ण रूप से रोग मुक्त कर सकते हैं।
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9. रोगी के लक्षणों की जांच के दौरान चिकित्सक को तीन बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए, पहला-देखना,  दूसरा-स्पर्श  (छूना)  और तीसरा- प्रश्न करना या रोगी से सवाल पूछना। महान ऋषि ‘सुश्रुत’ के अनुसार कान,  त्वचा,  आंख,  जीभ, नाक इन  5 इन्द्रियों के माध्यम से किसी भी तरह के रोग की वास्तविकता की आसानी से पहचान की जा सकती है।
10. चिकित्सक को चाहिए कि, वह तीमारदार  (रोगी की देखभाल करने वाला)  से रोगी की शारीरिक ताकत,  स्थिति,  प्रकृति आदि की पूरी जानकारी लेने के बाद ही उसका इलाज करे।
11. चिकित्सक को इलाज करने से पहले रोगी को थोड़ी-सी दवा का सेवन कराके इस बात का अध्ययन करना चाहिए कि यह दवा रोगी की शारीरिक प्रकृति के अनुकूल है या नहीं।
12. जिस प्रकार व्याकरण के पूर्ण ज्ञान के बिना शिक्षक योग्य नहीं हो पाता है, उसी प्रकार से बीमारी के बारे में पूरी जानकारी हुए बिना किसी प्रकार की औषधि का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि हर औषधि के गुण-धर्म और दोष अलग-अलग होते हैं।

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