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एलोवेरा के कुछ घरेलू उपायों को जानें और उपयोग में लाये Learn and use some home remedies for aloe vera

एलोवेरा के कुछ घरेलू उपायों को जानें और उपयोग में लाये Learn and use some home remedies for aloe vera :-


1. एलोवेरा के गूदे का लेप पेट पर बाँधने से पेट के अंदर की गाठें गल जाती है.
1. By tying the aloe vera pulp on the stomach, the lumps inside the stomach melt.
2. सुबह खाली पेट 30 एम एल एलोवेरा के गूदे में 120 एम एल गुनगुना पानी मिलाकर पीने से कब्ज, शरीर के अन्य रोग और महिलाओं के मासिक धर्म के दौरान होने वाले कष्ट से आराम मिलता है.
2. Taking 120 ml of lukewarm water in the pulp of 30 ml aloe vera on an empty stomach in the morning provides relief from constipation, other diseases of the body and suffering during menstruation of women.
3. इसके रस को आँखों में डालने से नेत्राभिश्यन्द नामक तकलीफ़ ठीक होती है.
3. By putting its juice in the eyes, the problem called Netrabhishand is cured.
4. छोटी-मोटी चोट लगने या जलने पर एलोवेरा के जेल में विटामिन ई ऑयल मिलाकर लगाने से घाव जल्दी ठीक होता है.
4. In the case of minor injuries or burns, applying vitamin E oil to the aloe vera gel, the wound heals quickly.
5. एलोवेरा इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है. इसमें विटामिन ए, बी, सी, डी, व कई तरह के मिनरल्स पाए जाते. अगर रोगों से बचना है तो रोज़ एलोवेरा जूस पिएं. इससे शरीर की प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ती है. पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है. कमज़ोरी महशुस नही होती और पूरे दिन एनर्जी बनी रहती है.
 5. Aloe vera makes the immune system stronger. Vitamin A, B, C, D, and many types of minerals are found in it. If you want to avoid diseases, drink aloe vera juice daily. This increases the body's immunity. Digestion remains healthy. Weakness is not felt and energy remains throughout the day.
6. एलोवेरा के जूस में मेंहदी को मिलाकर बालों में लगाने से बाल चमकदार व मजबूत होते है. साथ ही रूसी भी ख़त्म होती है.

 6. Mixing rosemary in aloe vera juice and applying it to the hair makes the hair shiny and strong. At the same time, dandruff also ends.
7. एलोवेरा के स्लाइस को बीच में से काट कर चुटकी भर हल्दी डालकर चेहरे पर हल्के-हल्के रगडे और साफ कर ले. इससे चेहरे पर निखार आता है और त्वचा जवां दिखने लगती है. चेहरे से झुरिया, मुहाँसे और दाग-धब्बे भी दूर होते है.

 7. Cut aloe vera slices in the middle, add a pinch of turmeric and rub it lightly on the face and clean it. It enhances the face and the skin starts to look young. Wrinkles, pimples and stains are also removed from the face.
8. नित्य एलोवेरा के सेवन से थकान दूर होती है. क्योकि यह शरीर में खून बढ़ाने के साथ खून का प्रवाह भी सही करता है जिससे उच्च रक्तचाप सामान्य रहता है और हार्ट अटैक की समस्या ना के बराबर हो जाती है.

8. Regular consumption of aloe vera relieves fatigue. Because it increases blood flow in the body and also corrects the flow of blood, due to which high blood pressure remains normal and the problem of heart attack becomes equal.
9. एलोवेरा में एंटी-माइक्रोवाईल गुण होने के कारण एलोवेरा जूस को माउथ फ्रेशनर की तरह उपयोग में लाने से दाँत साफ रहते है, मुँह के किटाणु नष्ट होते है और मसूड़ों से खून आना बंद हो जाता है. अगर मुँह में छाले है तो वो भो ठीक हो जाते है.

9. Aloe vera because of its anti-microvial properties, using Aloe vera juice as a mouth freshener keeps teeth clean, destroys germs and stops bleeding from the gums. If there are blisters in the mouth then they are cured.
10. रोज़ाना एलोवेरा जूस पीने से बढ़ा हुआ वज़न नियंत्रण में आ जाता है, बवासीर और अल्सर में भी जल्द आराम आता है. अगर आपकी आर्म डार्क है तो एलोवेरा जैल लगाये कुछ ही दिनों में बाहों के नीचे का कालापन पूरी तरह से ख़त्म हो जायेगा.

10. Increased weight control by drinking aloe vera juice daily, piles and ulcers also get relief soon. If your arm is dark then apply aloe vera gel in a few days the blackness under the arms will completely disappear.
11. एलोवेरा में एंटी-बैक्टेरिया और एंटी-फंगल गुण होने के कारण यह खून में शर्करा का स्तर चमत्कारी रूप में बनाये रखता है. जिससे टाइप 2 डायबिटीज कंट्रोल में रहता है. इसलिए रोजाना एलोवेरा जूस का सेवन करे.

 11. Aloe vera has anti-bacterial and anti-fungal properties, it maintains blood sugar levels in a miraculous form. Due to which type 2 remains under diabetes control. Therefore, eat aloe vera juice daily.
12. कान में दर्द होने पर एलोवेरा के रस की कुछ बूँदें कान में डाले तुरंत आराम मिलेगा. एलोवेरा जैल को अर्थराइटिस के दर्द वाली जगह पर लगाने से राहत मिलती है। क्योकि यह एक दर्द निवारक के रूप में भी काम आता है.

12. If you have a pain in the ear, adding a few drops of aloe vera juice to your ear will give instant relief. Applying aloe vera gels to the painful site of arthritis causes relief. Because it also works as a pain reliever.
13. जोड़ों के दर्द में एलोवेरा के गूदे(पल्प) को गेहूँ के आटे में मिलाकर बाटी बना कर खाने से जोड़ों के दर्द की समस्या ख़त्म हो जाती है. शुद्ध एलोवेरा जैल में मुल्तानी मिट्टी, गुलाब जल या चंदन पाउडर को मिलाकर लगाने से त्वचा के कील-मुहांसे ठीक होते है और त्वचा भी नरम रहती है. प्रतिदिन एलोवेरा जूस पीने से आंते तंदुरुस्त रहती है, प्रोटीन लेने की क्षमता बढ़ती है और शरीर के नुक़सानदायक बैक्टेरिया भी कम होते है.

13. In joint pain, eating pulp (pulp) of aloe vera with wheat flour and making a wick, it ends the problem of joint pain. By adding multani mitti, rose water or sandalwood powder in pure aloe vera gel, the skin's pimples are cured and the skin remains soft. Drinking aloe vera juice every day keeps the intestines healthy, increases the ability to take protein and also reduces harmful bacteria in the body.
14. एलोवेरा जैल या गूदे से बालों की जड़ों में मालिश करे फिर कुछ देर बाद बालों को धो ले. इससे बाल काले, घने, मजबूत तो होते ही है और गंजापन भी समाप्त होता है. यह एक बढ़िया हेयर कंडीशनर का काम करता है.

14. Massage the hair roots with aloe vera gels or pulp, then wash the hair after some time. This makes the hair black, thick, strong and ends baldness. It works as a great hair conditioner.
15. ठंडे एक गिलास नारियल पानी में 2-4 चम्मच एलोवेरा का रस मिलाकर पीने से शरीर को आंतरिक ठंडक मिलती है.
15. Mixing 2-4 teaspoons of aloe vera juice in a glass of cold coconut water provides internal cooling to the body.
Dr.Manoj Bhai Rathore
Ayurveda doctor
Email id:life.panelbox@gmail.com
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7. प्रत्येक पैथी का अविष्कार आवश्यकता पड़ने पर ही हुआ है क्योंकि एक जवान और मजबूत आदमी को मसाज, एक्यूप्रेशर,  एक्यूपेंचर, हार्डपेथियों एवं औषधियों द्वारा लाभ पहुंचाया जा सकता है लेकिन असाध्य रोग से पीड़ित, शारीरिक रूप से कमजोर और बूढ़े रोगियों पर इन पेथियों का उपयोग नहीं किया जा सकता है।
8. आयुर्वेद और होम्योपैथिक के सिद्धांत बिल्कुल मिलते-जुलते हैं क्योंकि आयुर्वेद से ही होम्योपैथिक की उत्पत्ति हुई है जैसे- जहर को जहर द्वारा ही उतारा जा सकता है, कांटे को कांटे से ही निकाला जा सकता है।
9. रोगी के लक्षणों की जांच के दौरान चिकित्सक को तीन बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए, पहला-देखना,  दूसरा-स्पर्श  (छूना)  और तीसरा- प्रश्न करना या रोगी से सवाल पूछना। महान ऋषि ‘सुश्रुत’ के अनुसार कान,  त्वचा,  आंख,  जीभ, नाक इन  5 इन्द्रियों के माध्यम से किसी भी तरह के रोग की वास्तविकता की आसानी से पहचान की जा सकती है।
10. चिकित्सक को चाहिए कि, वह तीमारदार  (रोगी की देखभाल करने वाला)  से रोगी की शारीरिक ताकत,  स्थिति,  प्रकृति आदि की पूरी जानकारी लेने के बाद ही उसका इलाज करे।
11. चिकित्सक को इलाज करने से पहले रोगी को थोड़ी-सी दवा का सेवन कराके इस बात का अध्ययन करना चाहिए कि यह दवा रोगी की शारीरिक प्रकृति के अनुकूल है या नहीं।
12. जिस प्रकार व्याकरण के पूर्ण ज्ञान के बिना शिक्षक योग्य नहीं हो पाता है, उसी प्रकार से बीमारी के बारे में पूरी जानकारी हुए बिना किसी प्रकार की औषधि का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि हर औषधि के गुण-धर्म और दोष अलग-अलग होते हैं।

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